


अमेरिकी विदेश विभाग ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन आव्रजन कानूनों को सख्ती से लागू कर रहा है। विभाग की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड ने कहा कि जो लोग कानून का उल्लंघन करेंगे, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। यह बयान उन भारतीय छात्रों के लिए एक चेतावनी के रूप में आया है जो अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं और विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
कानूनों का उल्लंघन करने वालों के लिए परिणाम
मैकलियोड ने कहा कि अमेरिका अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है और जो लोग कानूनों का उल्लंघन करेंगे, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि अभी भी अपने वतन लौटने का अवसर है और जो लोग अवैध रूप से रह रहे हैं, वे अपने प्रस्थान के लिए होमलैंड सुरक्षा विभाग से संपर्क कर सकते हैं या सीबीपी एप का उपयोग कर सकते हैं।
एफ-1 वीजा रद करने की कार्रवाई
अमेरिकी अधिकारी एफ-1 वीजा रद करने की कार्रवाई कर रहे हैं, जिससे भारतीय छात्र निर्वासन के खतरे का सामना कर रहे हैं। एफ-1 छात्र वीजा है जो अमेरिकी उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिला लेने के लिए जारी किया जाता है। 2023-24 शैक्षणिक वर्ष में 3.3 लाख से अधिक भारतीय छात्रों ने अमेरिकी उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिला लिया, जो पिछले साल से 23 प्रतिशत अधिक है।
नई दिल्ली में पीएम मोदी से मिलेंगे उपराष्ट्रपति वेंस
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस जयपुर और आगरा की अपनी निजी यात्रा से पहले नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलेंगे। वे दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
मुंबई हमले के आरोपित तहव्वुर हुसैन राणा को भारत प्रत्यर्पित किए जाने के बारे में
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने तहव्वुर हुसैन राणा को भारतीय कानून के तहत न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित किया है। भारत और अमेरिका आतंकवाद विरोधी उपायों पर सहयोग जारी रखेंगे।
एक हजार से अधिक छात्रों पर हुई है कार्रवाई
पिछले कुछ सप्ताहों में एक हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों के वीजा रद किए गए हैं। इनमें कई ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। याचिका में कहा गया है कि सरकार ने अमेरिका में रहने की अनुमति वापस लेकर उन्हें उचित प्रक्रिया से वंचित कर दिया। अमेरिकी विदेश विभाग का बयान एक स्पष्ट संदेश है कि ट्रंप प्रशासन आव्रजन कानूनों को सख्ती से लागू कर रहा है। जो लोग कानून का उल्लंघन करेंगे, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। भारतीय छात्रों को अपने वीजा की शर्तों का पालन करना और अमेरिकी कानूनों का सम्मान करना आवश्यक है।